U.S. Strikes in Iraq and Syria: अमेरिका ने ईराक और सीरिया में ईरान के समर्थन में बने पोस्टों पर हवाई हमले किए हैं, जिसमें कई लोगों की मौत हो सकती है. इसके बारे में अमेरिका और ईरान ने अभी तक कोई आंकड़े नहीं जारी किए हैं. पिछले हफ्ते, जॉर्डन में हुए ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद, अमेरिका ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. हमले की चेतावनी पहले ही जारी की गई थी, लेकिन कब और कहां होगा, ये तय नहीं किया गया था. इस बारे में अब भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. अमेरिका ने ईराक और सीरिया में ईरान समर्थित सेना और रिवोल्यूशनरी गार्ड के पोस्टों को निशाना बनाया है, जिनमें कई लोगों की मौत हो सकती है.
U.S. Strikes: ईरान को अमेरिका का करारा जवाब
पिछले रविवार को जॉर्डन में हुए ड्रोन हमले में कुछ अमेरिकी सैनिकों की मौत होने के बाद, वाशिंगटन ने ईरानी सैनिकों को दोषी ठहराते हुए बड़े स्तर पर हवाई हमले का आदेश दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने एक बयान में कहा, “हमने आज एक कदम और बढ़ाया है, और हम अब देखेंगे कि इस पर कैसे प्रतिक्रिया होती है।” उन्होंने और कहा कि “हम चाहते हैं कि दुनिया में शांति बनी रहे, लेकिन हम खुद को बचाने के लिए तैयार हैं।”
U.S. Strikes: ईरान 85 से ज्यादा लक्ष्यों को बनाया निशाना
वाशिंगटन और तेहरान ने युद्ध से बचने का प्रयास किया है। अमेरिका ईरान के साथ सीधे संघर्ष से बचना चाहता है और आगे के हमलों को रोकना चाहता है। अमेरिका ने ईरान क्षेत्र पर कोई शुरुआती हमला नहीं किया है। CENTCOM ने बताया कि हमलों में सिर्फ इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स और संबंधित मिलिशिया समूहों को निशाना बनाया गया। अमेरिकी सेना ने अपने बमबारी विमानों से 85 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया.
U.S. Strikes: इराक-सीरिया में 85 जगहों पर हमला
US सेंट्रल कमांड ने एक पोस्ट में बताया कि 2 फरवरी को शाम 4 बजे, अमेरिकी सेना ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) कुद्स फोर्स और उससे जुड़े मिलिशिया समूहों के खिलाफ इराक और सीरिया में हवाई हमले किए। इस हमले में 85 से ज्यादा लक्ष्यों को निशाना बनाया गया, जिसमें मिलिशिया समूहों और इरानी बलों के साथ-साथ कमांड एंड कंट्रोल, इंटेलिजेंस सेंटर, रॉकेट, मिसाइल, और ड्रोन स्टोरेज फेसिलिटीज शामिल थे। हमले में 125 से ज्यादा सटीक युद्ध सामग्री का भी इस्तेमाल हुआ। इन स्थानों पर हमला किया गया था, जिन्होंने अमेरिका के खिलाफ हमलों में मदद की थी।
CENTCOM Statement on U.S. Strikes in Iraq and Syria
At 4:00 p.m. (EST) Feb. 02, U.S. Central Command (CENTCOM) forces conducted airstrikes in Iraq and Syria against Iran’s Islamic Revolutionary Guards Corps (IRGC) Quds Force and affiliated militia groups. U.S. military forces… pic.twitter.com/HeLMFDx9zY
— U.S. Central Command (@CENTCOM) February 2, 2024
U.S. Strikes: अमेरिका ने लिया 3 सैनिकों की मौत का बदला
सेंटकॉम ने कहा कि “हवाई हमलों में 125 से ज्यादा सटीक युद्ध सामग्री का इस्तेमाल हुआ,” और निशाना बनाया गया कई जगहों पर। इसमें मिलिशिया समूहों, ईरानी बलों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स, इंटेलिजेंस सेंटर्स, और रॉकेट, मिसाइल, ड्रोन स्टोरेज फेसिलिटीज शामिल थीं। ये स्थान अमेरिका के खिलाफ हमलों में मदद करने वाले थे। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स युद्ध मॉनिटर ने कहा कि पूर्वी सीरिया में हमलों में लगभग 18 ईरानी समर्थक लड़ाके मारे गए।।
U.S. Strikes: ईरान समर्थक गुटों की 26 जगहें नष्ट
मॉनिटरिंग ग्रुप ने एएफपी को बताया कि अल्बु कमाल, इराकी बॉर्डर के पास दीर एज़ोर शहर से 100 किमी से ज्यादा दूरी तक फैले पूर्वी सीरिया के एक बड़े हिस्से पर चल रही कार्रवाई में हथियार डिपो समेत ईरान समर्थक समूहों की करीब 26 अहम जगहों को नष्ट कर दिया गया है.
U.S. Strikes: बाइडेन ने पहले ही दी थी हमले की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जॉर्डन में हुए ड्रोन हमले में तीन सैनिकों की दुखद मौत पर, उन्होंने उकी श्रद्धांजलि सभा में जवाबी कार्रवाई की कसम खाई थी. अब, अमेरिका ने इसका जवाब देते हुए ईरानी पोस्टों को निशाना बनाया है.