Lalit Jha: संसद की सुरक्षा में हुई बड़ी लापरवाही के मामले में, आरोपी Lalit Jha ने दिल्ली के एक थाने में सरेंडर कर दिया है। ललित दिल्ली से राजस्थान के नागौर भागा था और वहां पहुंचने के बाद होटल में रात बिताई थी। फिर उसने महेश नामक व्यक्ति के पास जाकर सरेंडर कर दिया। महेश को भी 13 दिसंबर को दिल्ली संसद भवन आना था और उसने इस साजिश की पूरी जानकारी दी थी। दिल्ली पुलिस ने उन दोनों को स्पेशल सेल में सौंप दिया है।
इस घटना में पुलिस ने पहले ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सूचना के अनुसार, संसद तक पहुंचे 5 आरोपी में सागर, मनोरंजन, नीलम, अमोल शिंदे और ललित झा शामिल थे। पर हंगामे के बाद, ललित मौके से बच निकला। इन चारों के साथ ललित के पास ही उनके मोबाइल फोन भी थे।
Lalit Jha: ललित के दोस्त ने खोले थे बड़े राज
आजतक ने Lalit Jha के दोस्त और साथी एनजीओ के नीलाक्ष आइच से मिलकर जानकारी प्राप्त की है। नीलाक्ष एक पश्चिम बंगाल के छात्र हैं और सामाजिक कार्यक्रमों में भी सक्रिय हैं। ललित का कहना है कि वह पहले एनजीओ के महासचिव रहे हैं, जिसका नाम है “साम्यवादी सुभाष सभा”। नीलाक्ष ने बताया कि ललित ने उनसे संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के बाद ही संपर्क किया था। ललित ने दिनभर का इंतजार करते हुए दोपहर करीब 1 बजे संसद के बाहर हुए प्रदर्शन का वीडियो भेजा था और उसने लिखा था, “मीडिया कवरेज देखें, इस वीडियो को सुरक्षित रखें, जय हिंद।”
Lalit Jha: ललित ने वीडियो सोशल मीडिया पर किया था अपलोड
इस लोकसभा चैम्बर में कूदने वाले सागर शर्मा और मनोरंजन डी. शामिल थे। शून्यकाल में, इन दोनों ने कनिस्तर से पीले रंग का धुआं छोड़कर नारेबाजी की। जब वे लोकसभा के अंदर हंगामा कर रहे थे, तब बाहर संसद भवन में अमोल शिंदे और नीलम देवी ने ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगाए और वही पीले रंग का धुआं छोड़ा। इस दौरान, ललित वीडियो बना रहा था और उसने इसे इंस्टाग्राम पर शेयर किया।
Lalit Jha: ये आरोपी हो चुके हैं अरेस्ट
शुरुआती जांच में पता चला है कि सभी आरोपी एक-दूसरे को पहले से ही अच्छे से जानते थे। सभी ने सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे से मिलकर घटना की योजना बनाई थी। पुलिस ने सागर, मनोरंजन, अमोल, और नीलम को मौके से ही गिरफ्तार किया था, जबकि एक अन्य आरोपी विशाल को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया था। विशाल के घर पर ही सभी आरोपी संसद पहुंचने से पहले रुके थे। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने संसद सुरक्षा उल्लंघन के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया है।