Google: Israel-Hamas युद्ध के दौरान, Sundar Pichai ने कहा – “गूगल की सेवाएं इजराइली सेना की करेगी मदद, राजनीति से बाहर रहकर।”

Kamaljeet Singh

Google के CEO सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन के रूप में अपनी कंपनी की भूमिका पर चर्चा की है और कहा है कि गूगल सरकारों को उनकी सेवाओं और मौलिक ढांचे में सुधार करने में मदद करने का संकल्पी है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, उनसे एक इंटरव्यू में इजरायल-हमास युद्ध(Israel-Hamas war) पर पूछा गया और उनसे गूगल के निंबस प्रोजेक्ट(Nimbus project) के बारे में भी सोधा गया, जो इजरायली सेना की सहायता कर रहा है। उन्होंने इस पर कहा कि इसका कोई राजनीतिक उदेश्या नहीं है और कंपनी का मकसद केवल सरकारी सेवाओं में सुधार करने में मदद करना है।

Google: क्‍यों शुरू किया गया निंबस प्रोजेक्‍ट? 

सुंदर पिचाई ने बताया कि निंबस प्रोजेक्ट (Nimbus project) का शुरूआत इसलिए हुआ, क्योंकि इजराइल के वित्त मंत्रालय ने अपने डिजिटल सिस्टम को अपग्रेड करने का निर्णय लिया था। उन्होंने बताया कि गूगल ने इस परियोजना में भागीदारी करके इजराइल की सेना और सरकार को क्लाउड और एआई(AI) सेवाएं प्रदान कर रहा है। उन्होंने इसे रूस और यूक्रेन की समान प्रोजेक्ट के साथ तुलना की और गूगल की भागीदारी पर गर्व व्यक्त किया। यह समय इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान हो रहा है, जिससे हजारों लोगों की जान गई है।

Google: राजनीति तरीके से नहीं गूगल की भागीदारी 

सुंदर पिचाई ने यह भी कहा कि गूगल ने निंबस प्रोजेक्ट में भागीदारी इसलिए शुरू की, क्योंकि इजराइल के वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने अपने डिजिटल सिस्टम को अपग्रेड करना चाहा था। पिचाई ने इस भागीदारी पर गर्व किया और इसे रूस और यूक्रेन जैसी अन्य सरकारों की परियोजनाओं के साथ तुलना की। गूगल का निंबस प्रोजेक्ट अमेज़न(Amazon) के साथ मिलकर इजराइल की सेना और सरकार के लिए क्लाउड और एआई सेवाएं प्रदान कर रहा है। इस समय इजराइल और हमास के बीच युद्ध जारी है और हजारों लोगों की जानें गई हैं। पिचाई ने यह भी कहा कि इसे भू राजनीतिक संदर्भ में नहीं देखा जाना चाहिए और उन्होंने गूगल की मदद करने का मकसद साफ़ रूप से बताया।

Google

Google: टेक्‍नोलॉजी भागीदार के रूप में काम 

एमिली चांग के साथ बातचीत में सुंदर पिचाई ने कहा कि गूगल विश्व संघर्षों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने बताया कि गूगल खुद को लोकतंत्रिक सरकारों के साथ एक टेक्नोलॉजी सहयोगी के रूप में देखता है। पिचाई ने यह भी बताया कि गूगल सरकारों के साथ जानकारी साझा करने, शिक्षा के क्षेत्र में अपना साथ प्रदान करने, और डिजिटल सिस्टम विकसित करने में मदद करने के लिए कई कार्रवाईयों में शामिल है। इसके साथ ही, उन्होंने गूगल की इन क्रियाओं को और भी विस्तार से चर्चा की।

Google: सिस्‍टम को बेहतर बनाने पर फोकस 

भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि गूगल का ध्यान राजनीति में शामिल होने के बजाय सिस्टम को कुशल बनाने पर है। कंपनी जानकारी को सही ढंग से संभालने के महत्व पर जोर देती है। खासतौर पर ऐसे समय में गूगल एक सहायक साझेदारी के तौर पर काम करता है। सुंदर पिचाई ने कहा कि कंपनी का मकसद सिर्फ सरकार को बेहतर सिस्टम के लिए मदद करना है. Google यूक्रेन और रूस के साथ परियोजनाओं में समान भूमिका निभा रहा है।

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